Uttarakhand News : उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में स्थित सचिवालय (Uttarakhand Secretariat) में 3 मार्च को अचानक मुख्यमंत्री कार्यालय आग (Uttarakhand CM Office fire) लग गई। शुरुआती जाँच में आग लगने की वजह शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है। मुख्यमंत्री कार्यालय में आग लगने की घटना से सचिवालय (Uttarakhand Secretariat Fire) में हड़कंप मच गया। हालांकि सुरक्षाकर्मियों ने समय रहते आग पर जैसे-तैसे काबू पा लिया। कर्मचारियों का कहना था कि अगर आप पर समय रहते क़ाबू नहीं पाया जाता तो बड़ा हादसा हो सकता है।
सचिवालय में मुख्मयंत्री कार्यलय (Mukhyamantri Office main Aag) में जब आग लगी तो वहां की कर्मचारी और अधिकारी मौजूद थे। अपर मुख्य सचिव आनंद वर्धन और अन्य वरिष्ठ अधिकारी आग लगने की घटना के दौरान सचिवालय में ही मौजूद थे। आग पर क़ाबू पाए जाने के बाद मुख्य सचिव ने जल्द से जल्द आग लगने की घटना के कारण पता लगाने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही उन्होंने सचिवालय (Sachivalya main Aag) में अग्निशमन उपकरणों की एक्सपायरी डेट चेक करने के भी निर्देश दिए हैं।
Fire broke out at CM office located at state secretariat in Dehradun. A short circuit had caused the fire in an AC. Fire has been brought under control, order for probe given.
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) March 3, 2022
अपर मुख्य सचिव आनंद वर्धन ने कहा कि मुख्यमंत्री कार्यालय में आग शॉर्ट सर्किट के कारण लगी थी। हालाँकि आग लगने के किसी तरह का नुक़सान नहीं हुआ है। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक़ एसी में हुए शॉर्ट सर्किट के चलते मुख्यमंत्री कार्यालय में आग लगी।
मुख्यमंत्री कार्यलय में आग पर लोग बोले – कालिख को आग से मिटा रही सरकार
मुख्यमंत्री कार्यालय में आग लगने की घटना को लेकर उत्तराखंड के स्थानीय लोगों का कहना है कि संभवत: भारतीय जनता पार्टी (भजापा) उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 में हार रही है। ऐसे में सरकार अपनी घोटाले वाली फ़ाइलें जला रही हैं। फ़ेसबुक पर एक यूज़र कहती हैं, ‘आने जाने वाली सरकारें नया तरीका भी नहीं निकाल पाती!! हार मान ली पर स्नाइपर फिर भी देहरादून में है। देहरादून के सचिवालय में स्थित मुख्यमंत्री के दफ्तर में शार्ट सर्किट के कारण आग लग गई। सुरक्षाकर्मियों ने आग पर काबू पाया। चारों तरफ बस जोकर।’

फ़ेसबुक पोस्ट पर एक अन्य यूज़र ने कमेंट करते हुए लिखा है कि कालिख को आग से मिटाने की कोशिश की जा रही है। वहीं एक दूसरे यूज़र लिखते हैं, ‘सत्ता बदलने के मौसम में ये पुराने पाप ढँकने का हथकंडा है बाकि कुछ नहीं होगा।’ कमेंट में एक अन्य यूज़र ने लिखा, ‘अक्सर ऐसा ही होता है हर इलेक्शन के बाद जब पता लग जाता है कि सरकार गई तो फाइल जलाई गई।’