Nepal Encroachment Uttarakhand India : भारत का पड़ोसी देश नेपाल (India Nepal News) पिछले समय से चीन की धुन पर नाच रहा हैं। पहले जहां वो भारतीय इलाक़ों को अपना बता रहा था अब वह चीन की तरह भारतीय सीमा पर पत्थरबाज़ी भी करने लगा है। बीते महीने भारत और नेपाल (India Nepal Border) की सीमा में बादल फटने के चलते काली नदी में आई बाढ़ ने उत्तराखंड (Uttarakhand News) के पिथौरागढ़ (Pithoragarh News), धारचुला (Dharchula News) के साथ साथ नेपाल के सीमावर्ती गाँव में जमकर तबाही मचाई थी। इस तबाही के बाद भारत अपनी सीमा में तटबंध और सुरक्षा दीवार का निर्माण कार्य कर रहा है।
भारतीय मज़दूरों पर नेपाल की पत्थरबाज़ी
धारचुला में बीते महीने में फटे बादल ने दोनों देशों के सीमावर्ती गांवों में जमकर तबाही मचाई थी। हम सभी जानते हैं कि भारत और नेपाल की सीमा काली नदी विभाजित करती है। बादल फटने के चलते काली नदी के दोनों तरफ़ की तबाही के बाद से भारत अपने इलाक़ों में तटबंध और सुरक्षा दीवार का निर्माण कार्य करवा रहा है। काली नदी के किनारे पर चल रहे इस निर्माण कार्य पर नेपाल की काली नज़र है।
पिथौरागढ़ की सीमा पर भारत की ओर से चल रह निर्माण कार्य पर लगे मज़दूरों पर नेपाल की ओर से आए दिन पत्थबाजी की जा रही है। नेपाल भारतीय सीमा पर हो रहे निर्माण कार्य से घबराया हुआ है। दरअसल भारत की ओर चल रहे निर्माण कार्य की क्वालिटी बहुत अच्छी है और मज़बूत दीवार बनाई जा रही है। यह सुरक्षा दीवार चार फ़िट चौड़ी है। इसकी मज़बूत के चलते नेपाल घबराया हुआ है। दरअसल नेपाल के बनाया तटबंध काफ़ी कमजोर था जो इस बार बूरी तरह तबाह हो गया है। वहीं भारतीय तटबंध मज़बूत स्थिति में बना हुआ है।
भारतीय सीमा पर काली नदी के तट पर बन रही सुरक्षा दीवार इतनी मज़बूत है कि नेपाल को डर कि भविष्य में अगर कभी इस तरह की बाढ़ आई तो नेपाल की ओर पानी का बहाव तेज़ हो जाएगा और उसके क्षेत्र में ज़्यादा तबाही होगी। यही कारण है कि वह भारतीय क्षेत्र में चल रहे निर्माण कार्य का विरोध कर रहा है। यह भी पढ़ें : Earthquake in Uttarakhand and North India, Nepal : उत्तराखंड में फिर भूकंप के झटके, सात घंटे में चार बार आए झटके
वीडियो : नेपाल कर रहा भाग्य इलाक़ों में पत्थरबाज़ी
पांच हेक्टेयर है नेपाल का अतिक्रमण
नेपाल चीन की सरपरस्ती लगातार भारतीय क्षेत्र में जमकर अवैध क़ब्ज़ा कर रहा है। नेपाल ने उत्तराखंड से लगी सीमा पर 1995 से अतिक्रमण करना शुरू किया था। खबरों की माने तो नेपाल ने अब तक नेपाल की हिस्से में 5 हेक्टेयर उत्तराखंड की ज़मीन पर क़ब्ज़ा किया हुआ है। यह भी पढ़ें : Uttarakhand Health Bulletin 2022 : 21 साल बाद भी नहीं सुधरी उत्तराखंड की स्वास्थ्य व्यवस्था, क्या नई सरकार करेगी चमत्कार
नेपाल ने उत्ताखंड इन इलाक़ों का किया है अतिक्रमण
भारत नेपाल की सीमा पर उत्तराखंड की वन भूमि पर नेपाल पिछले कई सालों से धीरे-धीरे अतिक्रमण कर रहा है। उत्तराखंड वन विभाग का कहना है कि नेपाल ने टनकपुर की शारदा रेंज से लगी दोनों देशों सीमा के शारदा टापू समेत ब्रह्मदेव में कई जगहों पर अतिक्रमण किया है।