uttarakhand forest fire 2022 : उत्तराखंड में गर्मियों की शुरुआत के साथ जंगलों में आग के सीज़न की शुरुआत भी हो गई है। इस साल अब तक जंगलों में आग लगने की 300 से ज़्यादा घटनाएँ रिपोर्ट की जा चुकी है। उत्तराखंड में हर साल आग लगने के सैकड़ों घटनाएं होती है, जिन्हें लेकर कहा जाता है कि इसमें इंसानों का हाथ रहता है। जंगलों में आग के चलते हर साल उत्तराखंड के वन्य जैव विविधता, पर्यावरण और जीवों को काफ़ी नुक़सान होता है।
uttarakhand forest fire 2022
जंगलों में आग की घटनाएं
बढ़ते तापमान के कारण भी जंगलों में आग लगने की घटनाएं तेजी से बढ़ रही हैं। समय पर बारिश नहीं हुई तो इस साल जंगलों में आग लगने की घटनाओं में तेज़ी आ सकती है। पिछले साल उत्तराखंड में जंगल में आग लगने की 2813 घटनाएं रिपोर्ट की गई थीं, जो कि पिछले 12 सालों में सबसे ज़्यादा है। साल 2021 आग के कारण प्रदेश के 3943.88 हेक्टेयर वन क्षेत्र प्रभावित हुआ था। इससे लाखों रुपये की क्षति का आकलन किया गया था।
पिछले साल सेना को उतरना पड़ा
साल 2021 में जंगल की आग पर काबू पाने के लिए सेना को उतरना पड़ा था। इसके साथ ही कोरोना के चलते लगे लॉकडाउन से भी जंगलों की आग से निपटने में प्रशासन को मदद मिली थी। इसके साथ ही पिछले साल समय समय पर हुई बारिश के चलते जंगल में आग से निपटने में मदद मिली थी। उत्तराखंड में अब तक आग लगने की सबसे ज़्यादा घटनाओं की बात करें तो साल 2019 में 2158, 2018 में 2150, 2016 में 2074 और 2012 में 1328 घटनाएं दर्ज हुई हैं।
इंसानों के कारण लगती है जंगलों में आग
उत्तराखंड के जंगलों में लगने वाली आग के पीछे लगभग सभी घटनाओं में इंसानों का हाथ होता है। उत्तराखंड के ग्रामीण इलाक़ों में इंसान नई हरी घास के लिए जंगल की सूखी घास को आग के हवाले कर देते हैं। इसके साथ ही कुछ घटनाएं लोगों की लापरवाही के चलते होती हैं। यह भी पढ़ें : उत्तराखंड बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था : मंत्री तो इलाज करवाने दिल्ली पहुंच जाते हैं, उत्तराखंड के अस्पतालों में आम आदमी का हाल बुरा
पिछले 12 सालों में जंगलों में आग की घटनाएं
वर्ष |
जंगलों में आग की घटनाएं
|
2010 | 789 |
2011 | 150 |
2012 | 1328 |
2013 | 245 |
2014 | 515 |
2015 | 412 |
2016 | 2074 |
2017 | 805 |
2018 | 2150 |
2019 | 2158 |
2020 | 135 |
2021 | 2813 |
जंगलों की आग से इस तरह निपटेगा उत्तराखंड
उत्तराखंड में हर साल जंगल की आग से निपटने के लिए 1700 से ज़्यादा क्रू स्टेशन स्थापित किए जाते हैं। हालाँकि इस बार वन विभाग काफी मुश्तैदी है। अब तक वह 13 ज़िलों में 1317 क्रू स्टेशन स्थापित कर चुका है। इसके साथ ही इस साल मॉडल क्रू स्टेशन भी स्थापित करने जा रहा है। अब तक 40 मॉडल क्रू स्टेशन बनाए जा चुके हैं। यह भी पढ़ें : Uttarakhand Health System : उत्तराखंड के सरकारी अस्पतालों में तड़पते मरीज, न डॉक्टर न ही सुविधा लेकिन मंत्री दिल्ली में करवा रहे मस्त इलाज