Uttarakhand Election 2021 : उत्तराखंड चुनाव 2022 (Uttarakhand Election 2021) के लिए सोमवार 14, फ़रवरी को मतदान हो चुका है। अब 10 मार्च को रिज़ल्ट आने पर ही साफ़ हो पाएगा कि उत्तराखंड में कौन सी पार्टी अपनी सरकार बनाएगी। उत्तराखंड के 70 विधानसभा सीट (Uttarakhand Chunav 2022) पर 632 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं। मतदाताओं ने भले अपना काम कर दिया हो लेकिन सूबे की दो प्रमुख पार्टियाँ भाजपा और कांग्रेस जीत के गुणा-भाग में लग गए हैं।
Uttarakhand Election 2021
भाजपा-कांग्रेस लगा रहे जीत का गुणा-भाग
उत्तराखंड में जिन विधानसभा सीट पर पिछले चुनाव के मुक़ाबले ज़्यादा मतदान हुआ है। उन सीटों को लेकर विपक्षी पार्टियों को उम्मीद है कि वहां सत्ता पक्ष के ख़िलाफ़ वोटिंग हुई है। वहीं जिन सीटों पर मतदान कम हुआ है वहां भाजपा और कांग्रेस दोनों के उम्मीदवार अपनी जीत को लेकर चिंतित हैं। हालाँकि ऐसी ज़्यादातर सीटें पर भाजपा पिछले विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज की हुई है।
अंडर करंट साबित हो सकती है कम वोटिंग
उत्तराखंड की ऐसी विधानसभा सीट जहां मुस्लिमों की संख्या ज़्यादा है। वहां कम वोटिंग को अंडर करंट के रूप में देखा जा सकता है। भाजपा के लिए रिज़र्व मानी जानी वाली देहरादून कैंट विधानसभा सीट पर कुछ ऐसे ही समीकरण के चलते भाजपा की उम्मीदवार सबीता कपूर की नींद उड़ी हुई है। भाजपा के शीर्ष नेता राजधानी देहरादून के सभी विधानसभा सीटों – चकराता, विकासनगर और सहसपुर, राजपुर, रायपुर और धर्मपुर के पोलिंग बूथों से मतदान का फ़ीड ले रहे हैं।
अपने-अपने जीत के दावे
चुनाव के बाद भाजपा और कांग्रेस नेता अपने अपने जीत के दावा कर रहे हैं। वहीं उत्तराखंड क्रांति दल (उक्रांद) के उम्मीदवारों का कहना है कि राज्य में इस बार मुक़ाबला त्रिकोणीय होना है। वहीं भाजपा नेताओं का दावा है कि उत्तराखंड में इस बार भारतीय जनता पार्टी 60 से ज़्यादा सीटों पर विजय होगी। वहीं कांग्रेस पार्टी दहाई का आँकड़ा भी नहीं छू पाएँगी।
वहीं कांग्रेस पार्टी का कहना है कि उत्तराखंड में मैदान से लेकर पहाड़ और गढ़वाल से कुमाऊँ तक जिस तादाद में मतदाता घरों से बाहर निकलें उससे लगता है कि राज्य में सत्ता परिवर्तन होगा। लोगों ने महंगाई, बेरोज़गारी को ध्यान में रखते हुए भाजपा के ख़िलाफ़ मतदान किया है।
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