
क्रिकेट इतिहास में सचिन तेंदुलकर सबसे महान बल्लेबाजों में से एक माने जाते हैं। क्रिकेट फैंस ने उन्हें क्रिकेट का भगवान और मास्टर-ब्लास्टर जैसे नाम भी दिए और टेस्ट व वनडे में उनके नाम पर तमाम रिकॉर्ड्स दर्ज हैं। शायद ही कुछ रिकार्ड्स ऐसे रह गए होंगे जिसे सचिन ने अपने करियर के दौरान हासिल नहीं किया। पर एक इंटरव्यू के दौरान उन्होंने बताया कि उन्हें दो बातों का अफसोस हमेशा रहेगा।
सचिन ने क्रिकेट डॉट कॉम को दिए इंटरव्यू में अपनी उन दो ख्वाहिशों के बारे में बताया जो कभी पूरा नहीं हो सका। उन्होंने कहा कि मुझे सबसे पहले इस बात का अफसोस रहेगा कि मुझे कभी भी सुनील गावस्कर के साथ बल्लेबाजी करने का मौका नहीं मिला। उन्होंने कहा कि गावस्कर उनके बैटिंग हीरो थे और लिटिल मास्टर ने उनके इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू करने से कुछ दिन पहले ही संन्यास लिया था।
सचिन तेंदुलकर को जिस दूसरी बात का अफसोस है वो ये कि वो वेस्टइंडीज के महान क्रिकेटर सर विवियन रिचर्ड्स के खिलाफ इंटरनेशनल क्रिकेट में नहीं खेल पाए। सचिन के मुताबिक वो रिचर्ड्स के खिलाफ काउंटी क्रिकेट जरूर खेले थे जो साल 1991 में रिटायर हो गए थे।
सचिन ने कहा कि मेरे करियर के दौरान मुझे जिस दूसरी बात का अफसोस हमेशा रहेगा वो ये कि मैं अपने बचपन के हीरो सर विव रिचर्ड्स के विरुद्ध अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नहीं खेल पाया। हालांकि मुझे उनके खिलाफ काउंटी क्रिकेट में खेलने का सौभाग्य जरूर प्राप्त हुआ। वैसे वो साल 1991 में रिटायर हुए थे और मेरा डेब्यू साल 1889 में हुआ था ऐसे में मेरे पास मौका जरूर था, लेकिन ये हो नहीं पाया।