Jammu and Kashmir : जम्मू और कश्मीर (Jammu and Kashmir) से धारा 370 हटाए जानें और केंद्र शासित कश्मीर बनने के बाद से घाटी में सक्रिय आतंकियों की संख्या में कमी आई है। इसके साथ ही आंतकवादी संगठनों में स्थानीय युवाओं की भर्ती में भी कमी देखने को मिल रही है। हालांकि पिछले कुछ सालों से निष्क्रिय पाकिस्तानी घुसपैठियों की संख्या में 2016 के बाद से बढ़ोत्तरी देखने को मिली है। यह जानकारी द प्रिंट ने अपनी एक रिपोर्ट के ज़रिए दी है।
रिपोर्ट में दावा किया गया इससे केंद्र शासित कश्मीर के आतंकवाद प्रभावित क्षेत्रों और भारतीय सेना (Indian Army) के सैन्य ठिकानों में शांति देखने को मिल सकती है। इसके साथ ही भारतीय सेना को विश्वास है कि आने वाले कुछ दिनों में स्थिति में और भी सुधार हो सकता है।
महज़ 74 आतंकवादी हैं सक्रिय
रिपोर्ट में बताया गया है कि दक्षिण कश्मीर में पिछले पांच साल पहले क़रीब 150 से ज़्यादा आतंकवादी सक्रिय थे। सुरक्षा बलों की लिस्ट में अब इनकी संख्या 74 ही रह गई है।
आतंकी संगठनों को नहीं मिल रहा लोकल सपोर्ट
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि आतंकवादी संगठनों में लोकल यूथ अब भर्ती नहीं हो रहा है। भारतीय सेना के हवाले से बताया गया है कि दक्षिण कश्मीर में जनवरी 2022 में सिर्फ़ चार युवाओं की भर्ती हुई थी। वहीं पिछले साल जनवरी में यह आँकड़ा 13-14 था। इस रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि दक्षिण कश्मीर में अब पथराव की वारदात नहीं हो रही है। वहीं सैन्य ऑपरेशन के दौरान अब फ़ोन और इंटरनेट सेवाएं बंद नहीं की जाती हैं।
कश्मीर में आंतकियों में स्थानीय भर्ती |
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साल | भर्ती हुए युवा |
2018 | 210 |
2019 | 117 |
2020 | 178 |
2021 | 142 |
जनवरी 2022 | 4 |
सीमा पार से बढ़ी घुसपैठ
भारत और पाकिस्तान के बीच 2021 में सीज फ़ायर समझौते के बीच में सीमापार से 31 पाकिस्तानी आतंकवादी घुसपैठ करने में कामयाब रहे हैं। साल 2020 में सीमापार से 36 आतंकियों ने घुसपैठ की है। रिपोर्ट में बताया गया है कि आतंकवादियों ने घुसपैठ के लिए जम्मू से लगी नियंत्रण रेखा (LOC) के साथ-साथ पंजाब से लगती हुई इंटरनेशनल बॉर्डर से भी घुसपैठ करनी शुरू कर दी है।
पाकिस्तान से घुसपैठ करने वाले आतंकी |
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साल | आतंकी |
2021 | 32 |
2020 | 36 |
2019 | 130 |
2018 | 143 |
सेना हो रही मज़बूत
भारतीय सेना ने मार पिछले साल 2021 में 171 आतंकियों को मार गिराया था। इसमें 149 स्थानीय और 22 पाकिस्तानी आतंकवादी शामिल थे। वहीं 2021 में 84 स्थानीय आतंकवादियों ने सेना के सामने आत्म समर्पण कर दिया था। वहीं इन सैन्य अभियान में शहीद होने वाले जवानों की बात करें तो 2021 में 21, 2020 में 31, 2019 में 53 और 2018 में 47 जवानों ने देश के सर्वोच्च बलिदान दिया।
कश्मीर में शहीद होने वाले भारतीय जवान |
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साल | शहीद जवान |
2021 | 21 |
2020 | 31 |
2019 | 53 |
2018 | 47 |
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