How To Use E-Rupee : भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के पायलट प्रोजेक्ट ‘डिजिटल रुपए’ (e ₹) के तहत यश बैंक ने अपनी डिजिटल करेंसी ऐप लॉन्च कर दी है। डिजिटल रुपए (e ₹) का मूल्य मौजूदा फिजिकल करेंसी जितना ही होगा। केंद्रीय बैंक ने ई-रुपये को सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी – Central Bank Digital Currency (CBDC) नाम दिया है, जो शुरुआत में क्लोज यूजर ग्रुप (CUG) के लिए ही पेश किया गया है। YES BANK के साथ तीन अन्य बैंक – एसबीआई, आईडीएफसी बैंक और आईसीआईसीआई बैंक भी रिटेल मार्केट में पायलट प्रोजेक्ट के तहत ई-रुपए (e ₹) लॉन्च करेगा।
डिजिटल करेंसी कैसे इस्तेमाल होगी?
आर.बी.आई के मुताबिक़ डिजिटल करेंसी के लिए पहले चरण में जिन बैंकों का चयन किया गया है वे – दिल्ली, मुंबई, बैंगुलुरु और भुवनेश्वर के अपने कुछ चुनिंदा ग्राहकों और व्यापारियों को डिजिटल करेंसी ऐप के लिए इन्वाइट भेजेंगे। यहीं यूज़र्स ऐप को इंस्टॉल कर पाएँगे और ई-रुपये ट्रांसफ़र कर पाएँगे।
डिजिटल करेंसी – ई-रुपये वॉलेट कैसे ऐक्टिवेट करें?
इन्वाइट मिलने पर यूज़र्स डिजिटल करेंसी ऐप को गूगल प्ले स्टोर या फिर ऐप्पल ऐप स्टोर से डाउनलोड कर पाएँगे। इसके बाद यूज़र्स को बैंक से रजिस्टर फ़ोन नंबर से अकाउंट वैरिफिकेशन करवाना होगा। अकाउंट वेरिफ़िकेशन होने के बाद बैंक अकाउंट से कनेक्ट करने के लिए डेबिट कार्ड से अकाउंट को ई-वॉलेट से कनेक्ट करना होगा। यह प्रोसेस यूपीआई अकाउंट सेटअप जैसा ही है। यह भी पढ़ें : Cirkus Official Trailer : Ranveer Singh और Rohit Shetty की फिल्म सर्कस 23 दिसंबर को हो रही रिलीज
अकाउंट सेटअप हो जाने के बाद यूज़र्स एक दूसरे के साथ ई-रुपए ट्रांसफ़र कर पाएँगे। इसके साथ दुकानदार को भी पेमेंट कर पाएँगे। डिजिटल करेंसी ट्रांसजेक्शन के लिए क्यूआर कोड स्कैन कर पेमेंट कर सकते हैं। आरबीआई ने साफ़ किया है कि ई-रुपये का मूल्य फ़िज़िकल करेंसी के बराबर ही होगा।
चरणबद्ध तरीक़े से होगा विस्तार
आर.बी.आई ने साफ़ किया है डिजिटल करेंसी को धीरे-धीरे पूरे देश में लागू किया जाएगा। दूसरे चरण में HDFC बैंक, कोटक महेंद्रा बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा इसमें शामिल होंगे। इसके साथ दूसरे चरण में नौ अन्य शहर – अहमदाबाद, गंगटोक, गुवाहटी, हैदराबाद, इंदौर, कोच्ची, लखनऊ, पटना और शिमला इस सीयूजी ग्रुप में शामिल होंगे। यह भी पढ़ें : Uttrakhand News: Almora में गुलदार का आतंक, घास काटने गई महिलाओं पर किया हमला, अस्पताल में कराया गया भर्ती
UPI से कितना अलग होगा E-RUPEE?
फ़िलहाल यह कहना जल्दबाज़ी होगा कि E-Rupee डिजिटल करेंसी ऐप UPI से ज़्यादा पॉपुलर होगा। यह सारा प्रोसेसर UPI ट्रांसजेक्शन की तरह ही होगा। लेकिन यह यूपीआई से अलग है। UPI में पैसे का लेन-देन बैंक के ज़रिए होता है। यानी बैंक को पता रहता है कि आप किसी और कितना ट्रांसजेक्शन कर रहे हैं। जबकि डिजिटल करेंसी का ट्रांसजेक्शन ऐप टू ऐप होता है और बैंक के पास इसकी डिटेल नहीं होगी।