अमेरिकी के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत और चीन के बीच चल रहे सीमा विवाद को लेकर एक बार फिर से मध्यस्थता की पेशकश की है। अमेरिकी राष्ट्रपति भवन व्हाइट हाउस में पत्रकारों से बात करते हुए डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि दोनों देशों के बीच सीमा पर बड़ा टकराव चल रहा है।
डोनाल्ड ट्रंप का यह भी कहना था कि मौजूदा स्थिति को लेकर भारत खुश नहीं है और शायद चीन भी खुश नहीं है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पत्रकारों को बताया, ‘मैंने प्रधानमंत्री मोदी से बात की है। चीन के साथ जो चल रहा है उसे लेकर उनका मूड अच्छा नहीं है।’ डोनाल्ड ट्रंप ने यह भी दोहराया कि पीएम मोदी उनके अच्छे दोस्त हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप कुछ दिन पहले भी मौजूदा विवाद को लेकर भारत और चीन के बीच मध्यस्थता की पेशकश की थी।
भारत और चीन के बीच करीब सीमा करीब 3500 किलोमीटर लंबी है. पिछले कुछ दिनों से दोनों देशों ने पूर्वी लद्दाख और उत्तरी सिक्किम अपनी सेनाएं बढ़ा दी हैं. इस दौरान दोनों देशों के बीच सैनिकों की झड़पें भी हुई हैं. इसके साथ ही सैटेलाइट तस्वीरों से पता चला है कि चीन ने लद्दाख के पास अपने एयरबेस का विस्तार किया है. इन तस्वीरों से यह भी पता चलता है कि चीन ने एयरबेस पर अपने लड़ाकू विमान भी तैनात किए हैं।
शी जिनपिंग ने चीनी सेना को बुरे से बुरे हालात को ध्यान में रखते हुए जटिल परिस्थितियों से प्रभावी तरीके से निपटने के लिए भी तैयार रहने को भी कहा है. हालांकि शी जिनपिंग ने किसी तरह के खतरे का जिक्र तो नहीं किया. उनके बयान को भारत और चीन के बीच स्थित वास्तविक नियंत्रण रेखा पर भारत और चीन के सैनिकों के बीच बढ़ते तनाव के बाद आया है, जिसने खलबली पैदा कर दी है.
सीमा पर चीनी सैनिकों और शी जिनपिंग के बयान के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत और तीनों सेना प्रमुखों से मुलाकात की है. इससे पहले प्रधानमंत्री ने विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला से बातचीत की है। इसके साथ ही रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने तीनों सेना प्रमुखों से मुलाकात की थी. फिलहाल दोनों देशों के बीच स्थित पूरी तरह से नियंत्रण में है।
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