
गिलोय और अश्वगंधा से कोरोना का इलाज
जवाब में स्वामी रामदेव ने कहा कि वो पूरी प्रमाणिकता के साथ यह कहते हैं कि गिलोय और अश्वगंधा से कोरोना का इलाज हो सकता है. कोरोना की शुरुआत में ही इस बात को कहा था कि गिलोय में ‘किनोकार्टिसाइड’ और अश्वगंधा में विथेनॉन है. रामदेव के मुताबिक, कोरोना हमारे शरीर में घुसकर पूरे सेल्स और सिस्टम को डिस्टर्ब करता है और मल्टीपल हो जाता है, सेल्स को संक्रमित करता रहता है. शरीर के उस अंदर की संक्रमण चेन को तोड़ने में अश्वगंधा और गिलोय 100 फीसदी कारगार है.
100 फीसदी रिकवरी रेट
रामदेव के मुताबिक, गिलोय और अश्वगंधा की टेस्टिंग रोगियों पर भी की गई है. इसका 100 फीसदी रिकवरी रेट है. रोगियों को खाली पेट और खाने के बाद गिलोय, अश्वगंधा और तुलसीवटी दी. इसका नतीजा यह रहा कि 100 फीसदी रिकवरी रेट और 0 फीसदी डेथ रेट रहा. हालांकि, अभी इस पर क्लिनिकल कंट्रोल ट्रायल चल रहा है, बहुत जल्दी इसके पूर आंकड़े आ जाएंगे. इससे साफ हो जाएगा कि किस तरह से हम कोरोना को हरा सकते हैं. पतंजलि की रिसर्च पूरी हो चुकी है. साइंटिफिक डॉक्यूमेंट पूरे देश के सामने रखेंगे.