देशभर में 12 मई से यात्री रेल सेवाएं शुरू होंगी। शुरुआत में भारतीय रेलवे कुछ चुनिंदा रेल गाड़ियों को शुरू करेगी। इन रेल गाड़ियों के लिए टिकट की बुकिंग कल से शुरू होगी। रेल सेवा शुरू होने समेत आज की प्रमुख खबरें इस प्रकार हैं।
रेल यात्री सेवाएं रेलवे 12 मई से चुनिंदा यात्री ट्रेन सेवा बहाल करेगी
भारतीय रेल ने रविवार को कहा कि उसकी योजना 12 मई से चरणबद्ध तरीके से यात्री ट्रेन सेवाएं शुरू करने की है, और शुरुआत में चुनिंदा मार्गों पर 15 जोड़ी ट्रेनें (अप-एंड-डाउन मिलाकर 30 ट्रेनें) चलायी जाएंगी।
स्वास्थ्य वायरस हर्षवर्धन पिछले 24 घंटे में 10 राज्य, केंद्र शासित प्रदेशों में कोविड-19 का कोई मामला नहीं आया : हर्षवर्धन
कोरोना वायरस से निपटने की राह में कामयाबी की ओर बढ़ने का हवाला देते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री हर्षवर्धन ने रविवार को कहा कि पिछले 24 घंटे में 10 राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों में कोरोना वायरस संक्रमण का कोई नया मामला सामने नहीं आया है और स्वस्थ होने की दर 30 फीसदी से अधिक तक बढ़ गई है।
रेल लॉकडाउन लीड ट्रेन तालिका अब तक 366 श्रमिक स्पेशल ट्रेनों का संचालन, करीब 4 लाख प्रवासी मंजिल तक पहुंचाए गए : रेलवे
भारतीय रेल ने कोरोना वायरस का प्रसार रोकने के लिये लागू लॉकडाउन की वजह से देश के विभिन्न हिस्सों में फंसे करीब चार लाख प्रवासी श्रमिकों को उनके गृह राज्य पहुंचाया और इसके लिये एक मई से 366 “श्रमिक स्पेशल” ट्रेनों का संचालन किया गया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
प्रधानमंत्री सोमवार को मुख्यमंत्रियों से करेंगे वार्ता,आर्थिक गतिविधियां बढ़ाने पर होगा जोर
लॉकडाउन चरणबद्ध तरीके से हटाने के बीच आर्थिक गतिविधियां बढ़ाने पर जोर देने के लिये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार दोपहर विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये बातचीत करेंगे।
वायरस दूसरीलीड केजरीवाल दिल्ली में कोविड-19 के 75 फीसदी मामले बिना लक्षण या हल्के लक्षण वाले : केजरीवाल
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को कहा कि शहर में कोविड-19 के 75 प्रतिशत मामले बिना लक्षण या हल्के लक्षण वाले हैं और गंभीर रूप से संक्रमित मरीजों तथा संक्रमण के कारण मरने वाले लोगों की संख्या ‘‘कम’’ है।
खतरे रणनीतिक अनिश्चितताओं को दूर करने के लिए सरकार के पूरे तंत्र को साथ आना होगा : सेना प्रमुख
सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे का कहना है कि देश के सामने मौजूद ‘‘रणनीतिक अनिश्चितताओं’’ और महामारी जैसे गैर-परंपरागत खतरों से प्रभावी तरीके से निपटने के लिए अब वक्त आ गया है कि भारत सरकार का पूरा तंत्र साथ मिलकर काम करे। इसके साथ ही उन्होंने देश के सुरक्षा दृष्टिकोण को और विस्तृत बनाने की पुरजोर वकालत की।