
रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने इलेक्ट्रॉनिक गैजेट, नोट और कागज को सेनेटाइज करने के लिए एक ऑटोमेटिक और कॉन्टेक्टलेस ‘अल्ट्रावायलेट सेनेटाइजेशन कैबिनेट’ विकसित किया है। डीआरडीओ ने ऐसे समय में यह कदम उठाया है जब देश कोविड-19 से निजात पाने का प्रयास कर रहा है।
डिफेंस रिसर्च अल्ट्रावायलेट सेनेटाइजर (डीआरयूवीएस) प्रणाली कैबिनेट में रखी चीजों पर 360 डिग्री से पराबैंगनी किरणें (अल्ट्रावायलेट रेज) डालता है। एक बार सेनेटाइज (संक्रमणमुक्त) हो जाने पर प्रणाली स्वयं बंद हो जाती है, इसलिए इसे संचालित करने वाले को उपकरण के पास इंतजार करने या खड़े होने की जरूरत नहीं पड़ती।
मंत्रालय ने कहा कि इसे डीआरडीओ के रिसर्च सेंटर इमारत (आरसीआई) द्वारा विकसित किया गया है और यह सम्पर्क में आये बिना ही कार्य करता है जो कि इस वायरस के प्रसार के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। मंत्रालय ने कहा कि डीआरयूवीएस को मोबाइल फोन, आईपैड, लैपटॉप, नोट, चेक, चालान, पासबुक, कागज, लिफाफा आदि को संक्रमणमुक्त करने के लिए डिजाइन किया गया है।
भारत में कोरोना वायरस के प्रसार पर रोक के लिए 25 मार्च से लॉकडाउन लागू है। लॉकडाउन के तीसरे चरण में देश को तीन हिस्सों रेड, ऑरेंज और ग्रीन में बांटा गया है। इस दौरान ग्रीन और ऑरेंज जोन में ई-कॉमर्स कंपनिया सभी तरह का सामान डिलीवर कर रहे हैं वहीं रेड जोन में ई-कॉमर्स कंपनियां केवल जरूरी सामने की डिलीवरी कर रही हैं।